“Budget 2025 के कारण शनिवार को खुला शेयर बाजार – निवेशकों के लिए बड़ा मौका!”

Share market

बजट 2025 और भारतीय शेयर बाजार की प्रतिक्रिया: एक विस्तृत विश्लेषण

1 फरवरी 2025 को भारत का वार्षिक बजट पेश किया गया, और इस बार खास बात यह थी कि यह शनिवार को पड़ा। आमतौर पर भारतीय शेयर बाजार वीकेंड पर बंद रहता है, लेकिन चूंकि बजट एक महत्वपूर्ण आर्थिक घटना है, इसलिए इस बार NSE और BSE को स्पेशल सेशन के तहत खोला गया।

शेयर बाजार की शुरुआती प्रतिक्रिया

हर साल की तरह इस बार भी बाजार ने बजट घोषणाओं पर तीव्र प्रतिक्रिया दी। शुरुआत में, जैसे ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण दिया, सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी देखी गई। हालांकि, जैसे-जैसे घोषणाओं का विश्लेषण हुआ, बाजार में अस्थिरता आई और दोपहर तक कई सेक्टर्स में गिरावट दर्ज की गई।

बजट 2025 की मुख्य घोषणाएं और उनका बाजार पर असर

बजट में कई बड़े ऐलान किए गए, जिनका भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार पर गहरा असर पड़ा। आइए प्रमुख सेक्टर्स पर इसके प्रभाव को विस्तार से समझते हैं।




1. पूंजीगत व्यय और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर

बजट 2025-26 में पूंजीगत व्यय (Capex) को 11.2 ट्रिलियन रुपये तक बढ़ाया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में मामूली वृद्धि थी।
प्रभाव:

इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से जुड़ी कंपनियों (Larsen & Toubro, PNC Infra, NBCC) के शेयर शुरुआती बढ़त के बाद गिरे।

निवेशकों को ज्यादा खर्च की उम्मीद थी, लेकिन अपेक्षा से कम निवेश के चलते रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन कंपनियों के शेयर दबाव में रहे।





2. व्यक्तिगत आयकर और उपभोक्ता क्षेत्र (FMCG)

सरकार ने मध्यम वर्ग को राहत देने के लिए आयकर दरों में कटौती की घोषणा की।
प्रभाव:

लोगों के पास खर्च करने के लिए अधिक पैसा आया, जिससे FMCG सेक्टर (Hindustan Unilever, Nestlé, Dabur) के शेयरों में बढ़त देखी गई।

ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी फायदा हुआ, क्योंकि डिस्पोजेबल इनकम बढ़ने से वाहनों की बिक्री में वृद्धि की संभावना बनी।





3. बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर (Banking and financial services)

बजट में सरकारी बैंकों के पुनर्पूंजीकरण (Recapitalization) पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, जिससे बैंकिंग शेयरों में उतार-चढ़ाव रहा।
प्रभाव:

SBI, ICICI, HDFC Bank के शेयर शुरुआती तेजी के बाद स्थिर हो गए।

कर्ज और ब्याज दरों को लेकर निवेशकों में असमंजस बना रहा।





4. बीमा कंपनियों पर असर(insurance)

बजट में कर छूट की नई घोषणाओं ने बीमा क्षेत्र के लिए चिंता बढ़ाई।
प्रभाव:

HDFC Life, SBI Life जैसे बीमा कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई।

टैक्स बचाने के लिए बीमा खरीदने की प्रवृत्ति कम होने की आशंका है।





5. स्टार्टअप्स और टेक सेक्टर (Startups &Tech)

स्टार्टअप्स के लिए टैक्स में कुछ रियायतें दी गईं, जिससे टेक इंडस्ट्री को बढ़ावा मिला।
प्रभाव:

Paytm, Zomato, Info Edge, TCS, Infosys जैसी कंपनियों को राहत मिली।




Volatile market


बाजार का समग्र प्रदर्शन

Nifty 50 में 0.11% की गिरावट देखी गई।

BSE Sensex मामूली 0.01% की बढ़त के साथ बंद हुआ।

बजट के दिन Trading का Volume बहुत ज्यादा था, क्योंकि निवेशकों ने तुरंत रिएक्शन दिया।





Trader’s और Longterm investors  के लिए मौके

Intraday Traders ने अस्थिरता का फायदा उठाकर तेजी से मुनाफा कमाया।

Longterm investors के लिए गिरावट के दौरान अच्छी कंपनियों में निवेश का अवसर मिला।





निष्कर्ष

बजट 2025 का बाजार पर मिश्रित प्रभाव पड़ा। कुछ सेक्टर्स को फायदा हुआ, जबकि कुछ में गिरावट आई। हालांकि, Longterm investors के लिए यह गिरावट एक अच्छी एंट्री पॉइंट हो सकती है। आने वाले दिनों में बाजार स्थिर होगा, और निवेशकों को अपनी रणनीति सोच-समझकर बनानी होगी।

Leave a Comment